शनिवार, 18 दिसंबर 2010

एमसीआई ने राज्य सरकार को दिया झटका

एमसीआई ने राज्य सरकार को दिया झटका
भोपाल, 17 दिसंबर 2010। राज्य सरकार को मडिकल कौंसिल आफ इंडिया (एमसीआई) ने तगड़ा झटका दिया है। बताते हैं कि प्रदेश के चार सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों के 13 प्रोफेसरों की डिग्रियां अवैध हैं। इस आशय का पत्र जैसे ही एमसीआई ने प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग को भेजा, उसके बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग हरकत में आया।
यहां के अवर सचिव ने दो दिन पूर्व एक फैक्स कर संबंधित चिकित्सा महाविद्यालयों के अधिष्ठाताओं को लिखा कि एमसीआई द्वारा भेजी अवैध डिग्री वाले प्रोफेसरों की सूची के अनुसार संबंधित प्रोफेसरों को नोटिस देकर उन्हें नौकरी से बर्खास्त करें। जिन चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रोफेसरों पर बर्खास्तगी की तलवार लटकी है, उनमें भोपाल गांधी महाविद्यालय के 3, ग्वालियर के गजराजा चिकित्सा महाविद्यालय के 5, जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस चिकित्सा महाविद्यालय के 4 और रीवा के अवधेश प्रताप चिकित्सा महाविद्यालय का एक प्रोफेसर है। उधर, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक डॉ. वी.के. सैनी ने कहा कि उन्हें मालूम था कि इन महाविद्यालयों के 13 प्रोफेसरों की डिग्रियां अवैध हैं। एमसीआई पहले भी कह चुकी थी। उन्होंने कहा कि यह तो अधिकारियों की गलती है, जो इन डाक्टरों को पहले पढ़ाने के लिए संविदा पर नियुक्ति दी, फिर इन्हें सेवा में नियमित भी कर दिया। डॉ. सैनी ने कहा कि शासन ने अवैध डिग्री वाले प्राध्यापकों को हटाने को कहा है, तो सरकार उन पर भी कार्रवाई कर सकती है, जिन्होंने इन्हें नौकरी दी है।

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