गुरुवार, 30 दिसंबर 2010

भारतीय जनता पार्टी के एक सदस्य के रूप में मैं आज देश के सम्मुख उपस्थित भ्रष्टाचार से संबंधित व्यापक सवालों की जाँच करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (ज


संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) से 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन की जाँच पर भाजपा के अंदर नाराजगी के परिप्रेक्ष्य में समिति अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने संयुक्त संसदीय समिति की जाँच की अपनी पार्टी की माँग के साथ आज खुद को संबद्ध करते हुए कहा कि वह इसका ‘पूरा समर्थन’ करते हैं।

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के साथ अपनी कथित मुलाकात के एक दिन बाद जारी एक बयान में जोशी ने यह कहते हुए भाजपा में व्याप्त शंकाओं को दूर करना चाहा कि पीएसी 2जी स्पेक्ट्रम आबंटन के संबंध में केवल सार्वजनिक व्यय संबंधी जवाबदेही के पहलू की जाँच करेगी।

वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के एक सदस्य के रूप में मैं आज देश के सम्मुख उपस्थित भ्रष्टाचार से संबंधित व्यापक सवालों की जाँच करने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की माँग का पूरा समर्थन करता हूँ।’ उन्होंने कहा कि संप्रग-2 सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के मुद्दे भारत के लोगों के लिए बहुत चिंता के विषय हैं।

जोशी ने कहा कि उनकी अध्यक्षता वाली पीएसी कैग की रिपोर्ट के आधार पर लोक व्यय के मुद्दों की जाँच करेगी। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘पीएसी एक संवैधानिक प्राधिकार है और इसका कार्य सुस्पष्ट है। यह अपने दायरे में और संसद की नियमावली एवं प्रक्रिया के दायरे में काम करेगी। यह सुनिश्चित करेगी कि सार्वजनिक धन के हर पैसे का अच्छी तरह से लेखा जोखा हो।’

उन्होंने रेखांकित किया कि पीएसी महज दूरसंचार मंत्रालय से जुड़े काम नहीं करती, बल्कि विभिन्न मंत्रालयों के बारे में कैग की प्रत्येक रिपोर्ट का विश्लेषण करती है।

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