बुधवार, 22 दिसंबर 2010

नकली शंकराचार्यों की देश में भरमार

उज्जैन, २१ दिसंबर (डॉ. अरुण जैन)। गोवर्धनमठ जगन्नाथपुरी (उड़ीसा) के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा देशभर में नकली शंकराचार्यों की भरमार है। इनकी संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। ऐसे शंकराचार्यों पर केंद्र सरकार को राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए, जो संतों का चोला ओढक़र देश में लोगों के बीच वैमनस्य की भावना पैदा कर रहे हैं। निश्चलानंदजी सुभाषनगर स्थित गंगोत्री भवन में अपने विश्राम स्थल पर मीडिया से चर्चा कर रहे थे। स्वामीजी ने कहा हुर्रियत नेता एवं माओवादियों की शह पर देश में नकली शंकराचार्यों का बोलबाला है, उनकी वजह से राष्ट्र का पतन तथा दिशाहीन शासन-प्रशासन चलने से कानून व्यवस्था बिगड़ रही है। उन्होंने नकली शंकराचार्यों की देश में 144 संख्या बताई।
अयोध्या में जमीन के टुकड़े करना न्याय नहीं -राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर स्वामीजी ने कहा अयोध्या में रामजन्म भूमि के तीन टुकड़े करना कोई न्याय नहीं हुआ। त्रेतायुग में इससे कई गुना अधिक जमीन पर राजा दशरथ का महल बना था, जहां रामलला जन्में तो आज उस भूमि के टुकड़े करने वाले हम कौन होते हैं। मंदिर भव्य स्वरूप में ही बनना चाहिए। हर राजनैतिक पाटी वोट लेने तक सीमित- राम मंदिर का निर्माण केवल पांच दिन में ही हो जाएगा। बस शर्त है कि कांग्रेस सरकार संसद में इसके लिए प्रस्ताव लाए और भाजपा, शिवसेना के सहयोग से इसे पास कराकर शीघ्र मंदिर का निर्माण कार्य शुरू करवाए लेकिन यह आसान नहीं क्योंकि मंदिर-मस्जिद के नाम पर आज हर पार्टी केवल वोट लेने तक सीमित है।
संत राजनीति नहीं धर्मनीति चलाएं - योगगुरु बाबा रामदेव द्वारा राजनीति पार्टी बनाए जाने के संबंध में स्वामीजी बोले संतों को राजनीति नहीं बल्कि धर्मनीति चलाने की आवश्यकता है। देश में पहले से ही नेताओं की संख्या इतनी अधिक है कि कहां-कहां और कौन-कौन से भ्रष्टाचार हो रहे हैं, इसका कोई हिसाब-किताब नहीं है। ऐसे में और नई पार्टियां बनाकर क्या इसे भ्रष्ट देश घोषित कराना चाहते

Date: 21-12-2010

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