मध्यप्रदेश में 153 औद्योगिक इकाईयों को भूमि आवंटित
307 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित
भोपाल 31 दिसंबर 2010। मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास केन्द्र निगम (एकेवीएन) द्वारा संचालित औद्योगिक विकास केन्द्रों (ग्रोथ सेंटर्स) में पिछले माह एक वृहद उद्योग सहित कुल 153 उद्योगों को भूमि आवंटित की गई। इन उद्योगों को कुल मिलाकर 3 लाख 32 हजार 938 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई। इन उद्योगों के स्थापित होने पर लगभग दो हजार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इन सभी उद्योगों की स्थापना पर 307 करोड़ रुपये से अधिक का पूंजी निवेश प्रस्तावित है।
एकेवीएन मध्यप्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (एसआईडीसी) की सहायक कम्पनी है जिनके मुख्यालय इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा में हैं। इसके अतिरिक्त राज्य शासन द्वारा मध्यप्रदेश ट्रेड एण्ड इन्वेस्टमेंट फेसिलिटेशन कार्पोरेशन (ट्रायफेक) की सहायक कम्पनी के रूप में उज्जैन में भी एकेवीएन का गठन किया गया है।
इन सभी छह एकेवीएन के अंतर्गत प्रदेश में कुल 19 ग्रोथ सेंटर स्थापित किये गये हैं। सभी एकेवीएन अपने क्षेत्र के ग्रोथ सेंटर्स के विकास, उद्योगों के लिये भूमि अर्जित करना और आवश्यक अधोसंरचना उपलब्ध करने के लिये कार्य करते हैं।
एकेवीएन उज्जैन औद्योगिक संरचना के विकास के साथ दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) परियोजना के संदर्भ में कॉरिडोर के प्रभाव क्षेत्र में आने वाले जिलों में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिये भी सक्रिय है। डीएमआईसी के प्रभाव क्षेत्र में प्रदेश के दस जिले आते हैं। इन जिलों में धार, झाबुआ, मंदसौर, नीमच, रतलाम, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर और राजगढ़ शामिल हैं।
एसआईडीसी प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिये अधोसंरचना निर्माण और विकास के कार्यों में सक्रिय है और ट्रायफेक के साथ मिलकर मध्यप्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिये किये जा रहे प्रयासों में संलग्न है। ट्रायफेक बड़े उद्योगों, विदेशी निवेशकों और प्रवासी भारतीयों को प्रदेश में निवेश करने के लिये मार्गदर्शन और सेवाएं प्राप्त करता है।
Date: 31-12-2010
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