रविवार, 21 नवंबर 2010

गुरू नानक की वाणी मानवता की सेवा का प्रेरणा-स्त्रोत


गुरू नानक की वाणी मानवता की सेवा का प्रेरणा-स्त्रोत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुरूद्वारा में माथा टेका, कीर्तन में शामिल हुए
Bhopal: Sunday, November 21, 2010:


मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने गुरू नानक जयंती पर आज यहाँ हमीदिया रोड स्थित गुरूद्वारा पहुँच कर माथा टेका और विशेष प्रार्थना एवं कीर्तन सभा में शामिल हुए। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को गुरू नानक जयंती की बधाइयाँ देते हुए प्रदेश की सुख, समृद्धि और प्रगति के लिये प्रार्थना की।

श्री चौहान ने कहा कि गुरू नानक देव की शिक्षा न सिर्फ देश के लिए बल्कि सम्पूर्ण मानवता की सेवा और उत्थान के लिए हैं। उन्होंने कहा कि गुरू नानक देव की पवित्र वाणी मानवता की सेवा करने और अन्याय, अत्याचार एवं दुराचरण के विरूद्ध लड़ने की प्रेरणा देती है।

श्री चौहान ने कहा कि कीर्तन सुनने से जीवन बदल जाता है और मन सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। श्री चौहान ने लोगों को बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए प्रार्थना की कि लोगों का जीवन ज्ञान के प्रकाश और समृद्धि से परिपूर्ण हो जाये।

इस अवसर पर उपस्थित वन मंत्री श्री सरताज सिंह ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश के सामाजिक, सांस्कृतिक इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री निवास पर शबद कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है। विधायक श्री विश्वास सारंग, भोपाल महापौर श्रीमती कृष्णा गौर, पार्षद सुश्री रजिन्दर कौर, ज्ञानी रूप सिंह, ज्ञानी दिलीप सिंह, सरदार धीर और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। गुरूद्वारा समिति की ओर से अतिथियों का स्वागत कर स्मृति-चिन्ह भेंट किये गये।






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