रविवार, 19 सितंबर 2010

कॉमनवेल्थ गेम्स को निशाना बनाने की चेतावनी

भारत की राजधानी दिल्ली के जामा मस्जिद में हुए हमले के दो घंटे बाद बीबीसी हिंदी को खुद को 'इंडियन मुजाहिदीन' (आईएम) बताने वाले संगठन का ईमेल मिला है, जिसमें कॉमनवेल्थ गेम्स को निशाना बनाने की चेतावनी दी गई है।

ईमेल में कहीं भी रविवार को हुए हमले का सीधा जिक्र नहीं है. लेकिन ईमेल में ये जरूर कहा गया है- 'अल्लाह के नाम में, हम ये हमला आतिफ अमीन, मोहम्मद साजिद को श्रद्धांजलि से रूप में पेश करते हैं...

जब बीबीसी ने दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त करनैलसिंह से इस मेल के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और मामले की जाँच चल रही है। उनका कहना था, 'हमें ईमेल के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हम फायरिंग की पूरी जाँच कर रहे हैं।' ''

यह ईमेल बीबीसी को दोपहर 1.40 मिनट पर मिला है। इसके अंत में रविवार की तारीख 19 सितंबर 2010 लिखी है। भेजने वाले ने जिस ईमेल आईडी से मेल लिखी है वह है- al.arbi999123@gmail.com ईमेल के अंत में हाथ से AL-ARBi लिखा गया है।

करीब पाँच पन्नों के इस पत्र में कश्मीर में सुरक्षा बलों की कथित ज्यादतियों का जिक्र करते हुए कहा गया है- 'हम आपको चेतावनी देते हैं कि अगर आप में हिम्मत है तो कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन करके दिखाएँ। हमें पता है कि तैयारियाँ जोरों पर हैं। तैयार रहें...हम भी तैयारी कर रहे हैं, चौंकाने वाला घटना की। गेम्स में भाग लेने वाले प्रतियोगी इसके परिणामों के लिए खुद जिम्मेदार होंगे।

इस पत्र में आतिफ अमीन और मुहम्मद साजिद को 'शहीद' क़रार दिया गया है। बटला हाउस मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस ने इन दोनों को मारने का दावा किया था। पत्र में कहा गया है कि 'मोहम्मद साजिद और शहीद आतिफ अमीन की मौत का बदला भी लिया जाएगा।'

पत्र में मुंबई के पुलिस आयुक्त राकेश मारिया का भी जिक्र है और कहा गया है- 'बेकसूर मुस्लिम युवकों को गिरफ्‍तार करके ईमानदार अधिकारी होने के भ्रम को साफ कर दिया है।

इस पत्र में कुरान की आयतें बार-बार लिखी गई हैं और इसमें विशेष रूप से ईद के बाद घाटी में हुई मौतों का ज‍िक्र है और कहा गया है कि कश्मीरियों की जान ली जा रही है। पत्र कहता है, 'हमारा खून बह रहा है तो आपका भी बहेगा। हमारे मासूम लोग मर रहे हैं तो आपको भी बख्शा नहीं जाएगा।'

अंग्रेजी में लिखे गए इस ईमेल में कुरान की छह आयतें अलग-अलग स्थानों पर अंग्रेजी अनुवाद के साथ दी गई हैं। कश्मीर पर पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री लियाकत अली खान को भेजे गए एक टेलीग्राम का मैटर भी इसमें दिया गया है। पत्र के आखिरी पन्ने में पूरे मुसलिम समुदाय से हिंदुओं के खिलाफ बगावत करने की अपील भी की गई है।

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