रविवार, 19 सितंबर 2010

क्वींस बेटन *रानी का डण्डा* औपनिवेशिक शासन का प्रतीक


Bhopal:Saturday, September 18, 2010: मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कॉमनवेल्थ गेम्स की मशाल क्वीन्स बेटन को गुलामी का प्रतीक निरूपित किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि क्वींस बेटन अर्थात रानी का डण्डा उन्हें औपनिवेशिक शासन का स्मरण करवाता है।
श्री चौहान ने कहा कि वे खेल विरोधी नहीं है। वे स्वयं खेलों को बढ़ावा देने के लिये कृत-संकल्पित है। मध्यप्रदेश में पिछले छह वर्षों में खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खेल और खिलाड़ियों की सुविधाओं में भारी वृद्धि सरकार ने की है। उन्होंने कहा कि पूर्व में ब्रिटिश एम्पायर गेम्स के नाम से शुरू हुए आज के कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक, एशिया सहित सभी महाद्वीपों की खेल स्पर्धाएँ, सार्क (दक्षिण एशियायी) खेल स्पर्धा सहित लगभग सभी खेलों की विश्व स्पर्धाओं के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन की वे कोई जरूरत नहीं समझते।
श्री चौहान ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स की मशाल क्वींस बेटन के स्वागत समारोह में उनके शामिल न होने का अर्थ यह नहीं है कि वे ब्रिटेन के विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि वे समानता के आधार पर भारत और ब्रिटेन की मित्रता और आपसी सहयोग के हामी है।
श्री चौहान ने कहा कि क्वींस बेटन की मध्यप्रदेश यात्रा के लिये पूरी व्यवस्था कर राज्य सरकार ने राजधर्म का पालन किया है।

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