बुधवार, 16 जनवरी 2013

युवाओं को रोजगार हेतु वेब पोर्टल न डालने का आरोप


भोपाल 16 जनवरी 2013। प्रदेश कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2009-10 में झूठा प्रचार किया था कि राज्य सरकार बेरोजगार युवकों को नौकरी देने के लिये एक वेब पोर्टल प्रारंभ करेगी जिसमें राज्य सरकार के और निजी कंपनी के नौकरी सम्बन्धी विज्ञापन होंगे और इस वेबसाईट पर रिक्तियों को प्रदर्शित किये बगैर रिक्तियों को विज्ञप्त नहीं माना जायेगा। लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी उक्त वेब पोर्टल में कोई डाटा नहीं डाला गया और न ही यह कार्य कर रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार-वार्ता में प्रवक्ता अभय दुबे एवं भोपाल जिला कांग्रेस अध्यक्ष पीसी शर्मा ने कहा कि वर्ष 2004 से अब तक 6 हजार 119 बेरोजगार,छात्रों ने असहाय होकर आत्महत्या की है। वर्ष दर वर्ष यह आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हाल ही में प्लानिंग कमीशन आफ इण्डिया और कन्फेडरेशन आफ इंडियन इण्डस्ट्रीज ने एन्युअल स्टेटस आफ हायर एजुकेशन आफ स्टेटस 2012 एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया है कि मप्र के पास सोलह स्टेट यूनिवर्सिटी हैं, 9 प्रायवेट यूनिवर्सिटी हैं, 3 डीम्ड यूनिवर्सिटी हैं, 2 सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी हैं। इसके अलावा 7 संस्थान राष्ट्रीय महत्व के हैं। मप्र में उच्च शिक्षा संस्थानों की ग्रोथ रेट 4.37 प्रतिशत है जबकि राष्ट्र की 7 प्रतिशत है जो कि राज्य के बिलो एवरेज परफार्मेन्स को बताती है।
नेताद्वय ने बताया कि मप्र का ग्रास एनरोलमेंट रेशो सारे राज्यों में सबसे खराब स्थिति में है। वस्र्ड कन्डीशन के अन्तर्गत मप्र 28 राज्यों में 21 वे स्थान पर है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इतना ही नहीं हाल ही में जून,2012 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय और नेशनल यूनिवर्सिटी आफ प्लानिंग द्वारा जारी एजुकेशन डेवलपमेंट इंडेक्स रिपोर्ट जोकि स्कूली शिक्षा के लिये तैयार की जाती है, में बताया गया है कि मप्र स्कूली शिक्षा में 35 राज्यों में 32 वें स्थान पर नीचे आ गया है और राज्य की स्कूली शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है। नेताद्वय ने कहा कि अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार युवाओं को प्रलोभन देने के लिये युवा पंचायत में घोषणायें करने जा रहे हैं जिसके खिलाफ आंदोन किया जायेगा।

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