मंगलवार, 4 दिसंबर 2012
मुझे भोपाल के लोगों से शिकायत
1 टिप्पणी:
कविता रावत
4 दिसंबर 2012 को 5:27 am बजे
त्रासदी के दिन जब याद आते हैं तो फिर पूछो मत दिल पर क्या गुजरती है।।।
सामयिक प्रस्तुति हेतु आभार
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त्रासदी के दिन जब याद आते हैं तो फिर पूछो मत दिल पर क्या गुजरती है।।।
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