गुरुवार, 28 जून 2012

नकली पुलिस ने किया असली पुलिस की नाक में दम


भोपाल 27 जून 2012। इंदौर में नकली पुलिस ने असली पुलिस वालों को नाक में दम कर दिया है। नकली पुलिस अपराधियों का खौफ दिलाकर लोगों के गहने उतरवा रही है।
खुद को ‘खाकीधारी’ बताकर इंदौर में आये दिन ठगी की संगीन वारदातों को अंजाम दे रहे बदमाश पुलिस के लिये सिरदर्द बन गये हैं, जिनके निशाने पर खासकर बुजुर्ग और महिलाएं होती हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ए. साई मनोहर ने बताया कि इस तरह की वारदातों को एक खास गिरोह अंजाम दे रहा है। पिछले दिनों इस गिरोह के कुछ सदस्य दिल्ली और इंदौर में पकड़े गये थे। गिरोह के बाकी सदस्यों की धर-पकड़ की कोशिशें जारी हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक शहर के अलग-अलग इलाकों में अब तक नकली पुलिस कर्मियों की ठगी की 30 से ज्यादा वारदातें सामने आ चुकी हैं। इन वारदातों को अंजाम देने का तरीका तकरीबन एक जैसा है।
सूत्रों ने बताया कि ऊंची कद-काठी और कड़क आवाज वाले बदमाश राह चलते लोगों, खासकर बुर्जुगों’ और महिलाओं को रोकते हैं और खुद को पुलिस कर्मी बताते हैं।
इसके बाद वे ‘तलाशी अभियान’ के नाम पर या बढ़ते अपराधों का भय दिखाकर उनके जेवरात और नकदी अपने कब्जे में कर लेते हैं। ‘शिकार’ कुछ समझ सके, इससे पहले ही नकली पुलिस कर्मी उसका सारा माल ठगकर चम्पत हो जाते हैं।
इसी तरह की ताजा वारदात में दो अज्ञात बदमाश भंवरकुआं क्षेत्र में कल 26 जून को सिरियाबाई लालवानी (80) से लाखों रुपये के जेवरात ठगकर फरार हो चुके हैं।
नकली पुलिसकर्मियों से सुरक्षा के लिये पुलिस आम लोगों को सावधानी का संदेश भी दे रही है।
जैसा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कहते हैं कि असली पुलिस अपराध की अफवाह फैलाकर आम राहगीरों के जेवरात कभी नहीं उतरवाती। हमारी शहरवासियों से अपील है कि वे नकली पुलिसकर्मियों के झांसे में न आयें और ऐसे ठगों से सावधान रहें।



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