शनिवार, 12 फ़रवरी 2011

शिवराज के अनशन पर होने वाला खर्च पार्टी कर रही है : झा

शिवराज के अनशन पर होने वाला खर्च पार्टी कर रही है : झा
भोपाल 12 फरवरी 2011। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा ने कहा है कि सूबे की सात करोड़ जनता के साथ अन्याय करके प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह देश के संघीय ढांचे को चोट पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 13 फरवरी से शुरू होने वाला सविनय आग्रह उपवास मजबूरी में उठाया गया कदम है। प्रधानमंत्री ने चूंकि राज्य की मांगों को अनसुना कर दिया, इसलिए यह नौबत आई है। पार्टी दफ्तर में बुलाई गई एक पत्रकार वार्ता में झा ने कहा कि संघीय व्यवस्था में राज्यों के अधिकारों की उपेक्षा नहीं की जा सकती। मुख्यमंत्री चौहान बीते पांच वर्षो में लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे हैं, पर केंद्र सरकार राजनीतिक नजरिए से काम करती आई है। किसानों के अलावा और भी ऐसे विषय हैं, जिन पर केंद्र का रवैया घोर आपत्तिजनक रहा है। चौहान ने 2008 में एक दिन की भूख हड़ताल कर राज्य के साथ होने वाले भेदभाव की तरफ ध्यान आकर्षित कराया था, मगर केंद्र का रवैया ज्यों का त्यों है। एक सवाल के जवाब में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री बैंकिंग प्रणाली के जानकार तो हैं, लेकिन लगता है उन्हें संघीय प्रणाली का ज्ञान नहीं है। प्रभात झा ने कहा कि मप्र में भाजपा की सरकार कांग्रेस की दया या भीख पर नहीं, बल्कि जनता के जनादेश से बनी है। लिहाजा केंद्र सरकार किसी और का नहीं जनता का अपमान कर रही है।
एक प्रश्न के उत्तर में प्रभात झा ने कहा कि मुख्यमंत्री का अनशन कतई अलोकतांत्रिक नहीं है। यदि मांग नहीं मानी जाएगी तो शरीर को भूखा रखने में क्या बुराई है। कांग्रेस के किसी नेता में इतनी साम?र्थ्य नहीं है कि वह पेट को भूखा रख सके। सच बात तो यह है कि कांग्रेस नेताओं के शरीर संघर्ष करने लायक नहीं बचे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी भी ज्यादातर समय तो अस्पताल में रहे, पता नहीं कैसा 'तथाकथित अनशन' था उनका। यह पूछने पर कि यदि केंद्रीय मंत्री भी मप्र सरकार के खिलाफ अनशन करने लगें तो क्या इससे अराजकता या टकराव पैदा नहीं होगा, भाजपा अध्यक्ष झा ने कहा कि उन्हें ऐसा करने से किसने रोका है?
उन्होंने बताया कि अनशन स्थल पर सारे इंतजाम पार्टी के खर्च पर किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ सिवाए पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के कोई अन्य नेता या मंत्री उपवास पर नहीं बैठेगा। पहले दिन पांच जिलों भोपाल, रायसेन, सीहोर, विदिशा और होशंगाबाद के कार्यकर्ता आएंगे। अनशन कब तक चलेगा, यह तय नहीं है।

Date: 12-02-2011 Time: 00:50:38

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