हड़ताल स्थगित करने से इंकार करने पर 204 नर्स गिरफ्तार, 14 निलंबित
भोपाल, 3 फरवरी 2011। मध्य प्रदेश में नर्सो द्वारा अपनी हड़ताल स्थगित करने से इंकार करने पर गुरुवार को कम से कम 202 नर्स को गिरफ्तार कर लिया गया और 14 को निलंबित कर दिया गया। स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली सुनिश्चित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने आवश्यक सेवा रखरखाव कानून (एस्मा) लागू किया था।
हड़ताल पर जाने वालीं नर्सो ने चेतावनी दी है कि यदि उनके वेतन में इजाफा और अन्य लाभों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे शुक्रवार को सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगी।
ज्ञात हो कि राज्य के पांच मेडिकल कॉलेजों में करीब 3500 नर्से काम करती हैं। इनमें से दो कॉलेज भोपाल में और इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर प्रत्येक में एक एक कॉलेज हैं। अपनी मांगों को लेकर नर्स गत बुधवार से हड़ताल पर हैं।
स्वास्थ्य विभाग से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि स्वास्थ्य शिक्षा के प्रधान सचिव इंद्रानील शंकर दानी ने सभी संकायाध्यक्षों को हड़ताल पर जाने वालीं सभी नर्सो को 24 घंटे की चेतावनी देने का निर्देश दिया है।
प्रधान सचिव ने 24 घंटे की चेतावनी के बाद नर्सो को निलंबित करने के लिए भी संकायाध्यक्षों को आदेश दिया है।
नर्सो की मांगों में छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष करना और प्रशिक्षु नर्सो का वजीफा बढ़ाना शामिल है।
नर्सो की हड़ताल के मद्देनजर मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल रखने के लिए राज्य सरकार ने मंगलवार रात से एस्मा लगा दिया था।
नर्सो की गिरफ्तारी के अलावा ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल और इंदौर में 14 नर्सो को निलंबित किया गया है। निलंबित नर्सो में मध्य प्रदेश नर्स संघ की अध्यक्ष रेखा परमार भी शामिल हैं।
ग्वालियर स्थित गजारा राजा मेडिकल कॉलेज के संकायाध्यक्ष डॉक्टर कमल भदौरिया ने कहा, हमने अपने मेडिकल कॉलेज से सात नर्सो को निलंबित किया है और अन्य नर्सो पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
Date: 04-02-2011 Time: 12:53:49
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