गुरुवार, 27 जनवरी 2011

मायाराज में लुट रही हैं बेटियों की इज्जत!


लखनऊ। पहले बांदा, फिर इटावा, फिर लखनऊ और अब जौनपुर..पिछले एक महीने के दौरान महिला उत्पीड़न की चौथी घटना, वो भी उस प्रदेश में जहां कि मुख्यमंत्री खुद एक महिला है। जी हां हम बात कर रहे हैं यूपी की मुख्यमंत्री मायावती की, जिनके राज में महिलाओं पर यूं वज्रपात हो रहा है।

अभी बांदा केस का निवारण नहीं हुआ है, तो इटावा के बलात्कारी को सजा भी नहीं मिली है कि मंगलवार को राजधानी लखनऊ में एक दलित लड़की के साथ रेप हुआ और बलात्कारी दंरिदे पकड़े नहीं गये तो वहीं जौनपुर की एक शिक्षिका ने अपने को मौत के हवाले कर दिया, कारण उसका यौन उत्पीड़न हो रहा था।

आखिर कहां है हमारी सरकार और हमारी सीएम मायावती जी, खुद को प्रदेशवासियों की बहन बताने वाली मायावती अब तक चुप क्यों है? कानून का खुलेआम मजाक बन कर रहा गया है प्रदेश की पुलिस भी सरकार के कानून के आगे बौनी और बेचारी नजर आती है। अपराधारिक घटनाएं इस बात की साक्षात उदाहरण है।


आपको याद होगा कि कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने कुछ समय पहले मायावती के खिलाफ प्रदेश की ऐसी ही संगीन घटनाओं के सिलसिले में टिप्पणी की थी , जिसके बाद बसपा ने यूपी में एक भूचाल ला दिया था। उसने रीता की टिप्पणी पर तीखा वार करते हुए कहा था कि प्रदेश अपराध मुक्त है यहां की बहू-बेटियां पूरी तरह से सुरक्षित है, रीता का बयान अमर्यादित और अशोभनिय है।

अब आप ही बताइये एक टिप्पणी ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया था क्योंकि उससे माया के चरित्र पर दाग लग गया था, तो वो ही माया अब कहां है, जब उनकी तमाम मासूम बहनों की इज्जत सरेआम तहस-नहस की जा रही है, कहां है वो बसपा नेता जिन्होंने रीता के बयान पर रीता के घर को आग लगा दी थी, अब वो क्यों नहीं उन दरिंदों को आग लगा देते जो राज्य की मासूम लड़कियों के साथ सरेआम बलात्कार करते हैं।

जरा सोचिए ये वो घटनाएं हैं जो सामने आ गई, ना जाने अभी कितनी बहनों के साथ दुष्कर्म हो रहें होंगे और ना जाने अभी कितनी महिलाएं अपने आप को दरिंदों से बचाने के लिए खुद को मौत के हवाले कर रही होंगी। क्या केवल मूर्ति और पार्क बनवाने से प्रदेश का उद्धार होता है, क्या विकास इसे कहते है, खुले आम बहशी दरिंदे समाज में घूमे वो भी कानून को जेब में रखकर। क्या इन सबसे ये ही मतलब नहीं निकलता है कि कि माया आज उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री नहीं है बल्कि वो उस प्रदेश की मुख्यमंत्री है जहां खुलेआम महिलाओं का चीरहरण हो रहा है।

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