सोमवार, 27 सितंबर 2010

दो दिवसीय यक्षगान शैली का प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन

दो दिवसीय यक्षगान शैली का प्रतिष्ठापूर्ण आयोजन

संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने शुभारंभ किया
Bhopal:Monday, September 27, 2010:


संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने आज यहां भारत भवन में दो दिवसीय यक्षगान शैली का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। कार्यक्रम में सबसे पहले यक्षगान नाट्यकला के बारे में लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। पहले दिन विद्या कोल्यूर द्वारा निर्देशित यक्षगान शैली में लोकप्रिय पंचवटी प्रसंग की प्रस्तुति दी गई।

इस अवसर पर संस्कृति मंत्री ने कहा कि यह शैली प्राचीन है। यह लगभग 400 वर्ष पुरानी है। इस नाट्यकला का आयोजन भोपाल में हो रहा है। यह एक उत्कृष्ट कला है। श्री शर्मा ने कहा कि कला को समृद्ध करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। राजधानी में सांस्कृतिक आयोजन लगातार इसलिए हो पा रहे है, क्योंकि यहाँ कला प्रेमी समाज मौजूद है।

इस अवसर पर उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक श्री उल्लहास तैलंग एवं यक्षगान मंजूषा के निदेशक श्री एस.के.भट्ट भी उपस्थित थे। मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत कला एवं अकादमी एवं भारत भवन न्यास, भोपाल के सहयोग से दो दिवसीय यक्षगान शैली में 28 सितम्बर को भस्मासुर मोहिनी का मंचन होगा।

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