शुक्रवार, 8 मार्च 2013

सीनियरों ने ली जूनियर की रैगिंग, लात-घूसों से पीटा


- विरोध में कक्षाएं बंद, रैगिंग कमेटी करेगी जांच  
उज्जैन. 8 मार्च 2013। विक्रम विवि का इंजीनियरिंग संस्थान में गुरूवार दोपहर 12 बजे सीनियरों ने मैन गेट पर एक जूनियर को रोका और उठक-बैठक लगवाई। थकने पर जब जूनियर रूका तो सीनियरों ने उस पर लात-घूंसे बरसाना शुरू कर दिए। जूनियर ने सहपाठियों को आपबीती बताई तो विरोध में प्रथम वर्ष की कक्षाएं बंद कराई गई। शिकायत संस्थान डायरेक्टर तक पहुंची, जिस पर उन्होंने एंटी रैगिंग कमेटी को जांच का जिम्मा सौंपा। इधर, शाम को बदनामी ना हो इस डर से संस्थान प्रबंधन ने दोनों पक्षों के बीच सुलह करवा दी।
घटना इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांच के प्रथम वर्ष के छात्र मोहित शर्मा निवासी कहारवाड़ी के साथ हुई। वह गुरुवार सुबह कॉलेज से बाहर आ रहा था, तभी तृतीय सेमेस्टर के छात्र सनी परमार (सिवील) व मनीष चंदेल (इलेक्ट्रॉनिक्स) ने उसे रोका और उठक-बैठक लगाने को कहा। मोहित ने कई लोगों की मौजूदगी में बैठक लगाई। करीब 10 मिनट बाद जब थक कर रूका तो सीनियरों ने और बैठक लगाने को कहा। 
इनकार करने पर सीनियरों ने उसकी लात-घूंसों से पिटाई कर दी। जब रैगिंग की खबर अन्य जूनियर छात्रों को लगी तो उन्होंने कक्षाएं खाली करवाकर संस्थान निदेशक डॉ. उमेश पेंढारकर से शिकायत की। 
उन्होंने आरोपी छात्र सनी, मनीष व उनके साथियों को तलब किया, लेकिन गलती मानने की बजाय उन्हीं के कक्ष में सीनियरों ने जूनियरों को इंजीनियरिंग भूला देने की धमकी दी। मौजूद फैकल्टी यह सब देखती रही और सीनियर खुलेआम बाहर निकल गए। पीडि़त मोहित के पिता नंदकिशोर सोलंकी बीएसएनएल देवासगेट कार्यालय के इलेक्ट्रिकल विभाग में पदस्थ हैं।
ये कैसा मरहम...
कुछ फैकल्टी ने मोहित से कहा कि तुम भी कभी सीनियर बनोगे, जो हुआ भूल जाओ और माफी मांग लो। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मोहित ने सार्वजनिक तौर पर सीनियरों के पैर भी छुए। 
स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, विवि के डायरेक्टर डॉ. उमेश पेंढारकार ने बताया कि दोनों पक्षों को एंटी रैगिंग कमेटी ने बुलाया था। शाम 4 बजे सीनियरों ने गलती स्वीकार की। बाद में दोनों के बीच सुलह हो गई। कमेटी ने लिखित में सुलह पत्र लिया है। कॉलेज के सभी सीनियरों को हिदायत देने के साथ जानकारी विवि प्रशासन को भी दी गई है।


   - अरुण जैन

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